कैसे हुआ हनुमान जी का जन्म
वायु पुत्र यूं तो भगवान हनुमान जी को अनेक नामों से पुकारा जाता है, जिसमें से उनका एक नाम वायु पुत्र भी है। जिसका शास्त्रों में सबसे ज्यादा उल्लेख मिलता है। शास्त्रों में इन्हें...
समस्त ब्रह्मक्षत्रिय समाज
वायु पुत्र यूं तो भगवान हनुमान जी को अनेक नामों से पुकारा जाता है, जिसमें से उनका एक नाम वायु पुत्र भी है। जिसका शास्त्रों में सबसे ज्यादा उल्लेख मिलता है। शास्त्रों में इन्हें...
कर्ण कुंती का पुत्र था कर्ण कुंती का पुत्र था। पाण्डु के साथ कुंती का विवाह होने से पहले ही इसका जन्म हो चुका था। लोक-लज्जा के कारण उसने यह भेद किसी को नहीं...
द्रोणाचार्य ने चक्रव्यूह की रचना की महाभारत का भयंकर युद्ध चल रहा था। लड़ते-लड़के अर्जुन रणक्षेत्र से दूर चले गए थे। अर्जुन की अनुपस्थिति में पाण्डवों को पराजित करने के लिए द्रोणाचार्य ने चक्रव्यूह...
भगवान विष्णु धरती पर पहुच गये एक बार भगवान विष्णु जी शेषनाग पर बेठे बेठे बोर होगये, ओर उन्होने धरती पर घुमने का विचार मन मै किया, वेसे भी कई साल बीत गये थे...
अध्यात्मिकता, उस राशि का स्वामी जहां कि वह स्थित है। विवाह तथा आध्यात्म का ग्रह, मोक्ष कारक।
विक्रम-बेताल उज्जैन में महाबल नाम का एक राजा रहता था। उज्जैन में महाबल नाम का एक राजा रहता था। उसके हरिदास नाम का एक दूत था जिसके महादेवी नाम की बड़ी सुन्दर कन्या थी।...
विक्रम-बेताल भोगवती नाम की एक नगरी थी। भोगवती नाम की एक नगरी थी। उसमें राजा रूपसेन राज करता था। उसके पास चिन्तामणि नाम का एक तोता था। एक दिन राजा ने उससे पूछा, “हमारा...
विक्रम-बेताल वर्धमान नगर में रूपसेन नाम का राजा राज करता था। वर्धमान नगर में रूपसेन नाम का राजा राज करता था। एक दिन उसके यहाँ वीरवर नाम का एक राजपूत नौकरी के लिए आया।...
सावन में मौसम का परिवर्तन होने लगता है।प्रकृति हरियाली और फूलो से धरती का श्रुंगार देती है।
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