विघ्नों और मुसीबते दूर करने के लिए
श्राद्ध विशेष 💥 विशेष – द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34) 💥 शराद्ध और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध...
समस्त ब्रह्मक्षत्रिय समाज
श्राद्ध विशेष 💥 विशेष – द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34) 💥 शराद्ध और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध...
श्राद्ध विशेष 💥 श्राद्ध और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38) जानिए पुराणों के अनुसार श्राद्ध का महत्व कुर्मपुराण कुर्मपुराण में कहा...
श्राद्ध विशेष 🌞 पूर्वजों को पितर पक्ष में इस मंत्र के द्वारा सूर्य भगवान को अर्ध्य देने से यमराज प्रसन्न होकर पूर्वजों को अच्छी जगह भेज देते हैं । ॐ धर्मराजाय नमः । ॐ...
श्राद्ध के दिन जिस दिन आप के घर में श्राद्ध हो उस दिन गीता का सातवें अध्याय का पाठ करें । पाठ करते समय जल भर के रखें । पाठ पूरा हो तो जल...
श्राद्ध पक्ष में अपनाए जाने वाले सभी मुख्य नियम श्राद्ध पक्ष में अपनाए जाने वाले सभी मुख्य नियम ➡️ 01 सितम्बर 2020 मंगलवार से महालय श्राद्ध आरम्भ । 1) श्राद्ध के दिन भगवदगीता के...
श्राद्ध सदैव दोपहर के समय ही करें। प्रातः एवं सायंकाल के समय श्राद्ध निषेध कहा गया है। हमारे धर्म-ग्रंथों में पितरों को देवताओं के समान संज्ञा दी गई है।
जिन लोगों को अपने परिजनों की मृत्यु की तिथि ज्ञात नहीं होती, उनके लिए पितृ पक्ष में कुछ विशेष तिथियां भी निर्धारित की गई हैं, जिस दिन वे पितरों के निमित्त श्राद्ध कर सकते हैं।
पितरों को खुश रखने के लिए पितृ पक्ष में कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पितृ पक्ष के दौरान ब्राह्मण, जामाता, भांजा, मामा, गुरु, नाती को भोजन कराना चाहिए।
जिन लोगों को अपने परिजनों की मृत्यु की तिथि ज्ञात नहीं होती उनके लिये भी श्राद्ध-पक्ष में कुछ विशेष तिथियाँ निर्धारित की गई हैं ।
अध्यात्मिकता, उस राशि का स्वामी जहां कि वह स्थित है। विवाह तथा आध्यात्म का ग्रह, मोक्ष कारक।
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