नवदुर्गा सप्तम स्वरूप माता कालरात्रि
माता दुर्गा के नव स्वरूप

शारदीय नवरात्र का आज से शुभारंभ हो गया है। आज से नौ दिन तक मां शक्ति के स्वरूपों की आराधना की जाएगी
माता दुर्गा की सप्तम शक्ति है “माता कालरात्रि” |
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता, लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।
माता कालरात्रि का उपासना मंत्र
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा, वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥

दुर्गापूजा के सातवे दिन माता कालरात्रि की उपासना का विधान है|
संपूर्ण प्राणियो की पीड़ा को हरने वाली , अग्नि भय, जलभय, रात्रिभय, जन्तुभय दूर करने वाली, काम, क्रोध ओर शत्रुओ का नाश करने वाली , काल की भी रात्रि विनाशिका होने से उस देवी का नाम “कालरात्रि” पड़ा |