नवदुर्गा तृतीय स्वरूप माता चंद्रघंटा
माता दुर्गा के नव स्वरूप
शारदीय नवरात्र का आज से शुभारंभ हो गया है। आज से नौ दिन तक मां शक्ति के स्वरूपों की आराधना की जाएगी
माता दुर्गा की तीसरी शक्ति है “माता चंद्रघंटा” |
पिण्डजप्रवरारुढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
माता चंद्रघंटा का उपासना मंत्र
प्रसादं तनुते मह्यां चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥
इस देवी के मस्तक मे घंटा के आकार का अर्धचन्द्र है | इसलिए इनका नाम चंद्रघंटा है | इनके चण्ड भयंकर घंटे की ध्वनि से सभी दुष्टों, दैत्य- दानव एवं असुरों का नाश होता है |चंद्रघंटा को स्वर की देवी भी कहा जाता है।