हिंगलाज- सुभाषित
![Subhashitani Sanskrutam](https://i0.wp.com/www.hinglaj.com/wp-content/uploads/2019/07/subhashit.png?resize=800%2C377&ssl=1)
संस्कृत के सुभाषित
पुराणपुरुषं देवं नानाक्रीडाकरं मुद्रा ।
मायाविनां दुर्विभावयं मयूरेशं नमाम्यहम् ॥
Sanskrit Subhashit with hindi meaning
जो पुराणपुरुष हैं और प्रसन्नतापूर्वक नाना प्रकार की क्रीडाएँ करते हैं ; जो माया के स्वामी हैं तथा जिनका स्वरूप दुर्विभाव्य है, उन मयूरेश गणेश को मैं प्रणाम करता हूँ ।