हिंगलाज- सुभाषित

Subhashitani Sanskrutam

संस्कृत के सुभाषित

सृजन्तं पालयन्तं च संहरन्तं निजेच्छया ।
सर्वविध्नहरं देवं मयूरेशं नमाम्यहम् ॥

Sanskrit Subhashit with hindi meaning

जो स्वेच्छा से संसार की सृष्टि, पालन और संहार करते हैं, उन सर्वविघ्नहारी देवता मयूरेश गणेश को मैं प्रणाम करता हूँ ।

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